जगमोहन पटवाल
बीरोंखाल 29अक्तूबर। उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं व सडकों के हाल पर बनी जगमोहन पटवाल की ये रिपोर्ट आपको झकझोर कर देगी। मामला विकासखंड बीरोंखाल की ग्रामसभा बंदरकोट के अन्तर्गत मरखोला गांव का है, जहाँ विगत दिनों सुनीता देवी( 38 ) पत्नी सोहन सिंह घास काटते समय चट्टान से अचानक गिर गई। इलाके का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ललितपुर में है जो कि मरखोला से मात्रा 7 किलोमीटर की दूरी पर है, यहाँ तक पहुंचने में परिवार वालों को एक घंटे से अधिक का समय लग गया, इस दौरान महिला का काफी मात्रा में खून बह गया। , ललितपुर स्वास्थ्य केन्द्र में उचित सुविधा न होने के कारण महिला को सीएचसी बीरोंखाल ले जाया गया, जहां महिला के सिर पर गंभीर चोट लगने के बाद 22 टांके लगाने पड़े, लेकिन यहां भी चिकित्सीय सुविधाओं के अभाव में परिजनों को मरीज को लेकर उचित उपचार के लिए दिल्ली जाना पड़ा।
नेताओं के बड़े-बड़े दावों के बावजूद भी सीएचसी बीरोंखाल के स्वास्थ्य सेवाओं में कोई बदलाव नजर नहीं आता,अस्पताल में MRI,CT Scan आदि की सुविधा न होने के कारण मरीजों को अन्यत्र रेफर करवाया जाता है,जहां लोगों को काफी धन खर्च कर महंगे इलाज के लिए मजबूर होना पड़ता है। जनता का कहना है कि यहां अनुभवी व विश्वसनीय चिकित्सकों व स्टाफ की हमेशा कमी बनी रहती है। वर्षों से लंबित क्षेत्र के रसिया महादेव-बंदरकोट-थबड़िया-नौलापुर-केदारगली-बीरोंखाल सड़क मार्ग का निर्माण कार्य जस का तस अटका हुआ है,रामनगर से बंदरकोट तक संचालित होने वाली बस सेवा को भी लगभग 18 साल हो चुके हैं इससे आगे सड़क का निर्माण न होने से बसों का संचालन एक भी इंच आगे नही बढ़ा है।
रसिया महादेव से लेकर बंदरकोट तक डामरीकरण को भी वर्षों बीत चुके हैं स्थिति यह है कि तमाम गड्ढों व सड़क किनारे जमी झाड़ियों व सड़क में गिरे पत्थरों के कारण बसों,टैक्सियों व अन्य वाहनों की चाल बैलगाडी के समान होती है। मरीजों को अस्पताल ले जाते समय काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। क्षेत्र के विधायक व वर्तमान में लोक निर्माण विभाग मंत्री सतपाल महाराज के विधानसभा क्षेत्र में सड़कों की ऐसी दुर्दशा देखकर सरकार हंसी का पात्र बन रही है,लोगों का कहना है कि जब क्षेत्र के विधायक के लोक निर्माण विभाग के मंत्री पद पर रहते हुए इस सड़क का ये हाल है तो पूरे उत्तराखण्ड की क्या स्थिति होगी?