एसटीएफ अब तक इस मामले में 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है
देहरादून 11 अगस्त। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्ती परीक्षा में हुए घपले की आंच अब उत्तराखंड सचिवालय तक पहुंच गई है । मामले में सचिवालय के अपर निजी सचिव गौरव चौहान को गिरफ्तार कर लिया गया है, संभावना है कि अगर गौरव चौहान ने मुंह खोला तो कई बड़े अधिकारी व नेता भी इस मामले में बेनकाब हो सकते हैं । इससे पहले, बुधवार को ही भर्ती परीक्षा के लीक पेपर के जरिये 163वीं रैंक पाने वाले आरोपी तुषार चौहान को गिरफ्तार किया गया था, तुषार चौहान और गौरव चौहान आपस में चचेरे भाई हैं। गौरव ने ही मनोज जोशी से मिलकर तुषार को पेपर उपलब्ध करवाया था।मनोज जोशी को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
एसटीएफ के मुताबिक, आरोपी गौरव चौहान ने अपने परिचित समेत दो लोगों को भर्ती परीक्षा में पास कराने के लिए 15-15 लाख रुपये में डील की थी, व रिजल्ट उसने 24 लाख रुपये ले लिए थे।उधमसिंह नगर से गिरफ्तार कोर्ट कर्मचारी मनोज जोशी ने पूछताछ में बताया कि उसने तीन-चार युवकों को भर्ती परीक्षा में पास करवाने की डील करके रकम वसूली थी। इस मामले में तुषार चौहान निवासी कासमपुर, जसपुर यूएसनगर का नाम सामने आया था। मनोज जोशी ने लीक पेपर के प्रश्न तुषार चौहान को बताने के लिए रामनगर स्थित रिसॉर्ट बुलाया था। यहां कुछ और छात्र भी पहुंचे थे। इनकी संख्या चार बताई जा रही है।
इस बीच एसटीएफ ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि व गलती स्वीकार करें । एसटीएफ के जाँच अधिकारी अजय सिंह ने कहा है कि जिन अभ्यर्थियों ने भर्ती परीक्षा में अनुचित साधन का प्रयोग किया है, वो स्वयं कार्यालय आकर अपने बयान दर्ज कराएं। अभी तक कई छात्रों ने अपनी गलती स्वीकार की है। एसटीएफ को ऐसे अभ्यर्थियों जिन्होंने अनुचित साधनों से परीक्षा उत्तीर्ण की उनके संबंध में जानकारी मिल रही है और शीघ्र ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।