कोटद्वार 10 नवंबर। कोटद्वार में गुरुवार को जिले की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने कोतवाली कोटद्वार क्षेत्र के सामान्य नागरिकों व पत्रकारों के साथ बैठक की , व उनसे परिचय एवं कानून व्यवस्था से सम्बन्धित सुझाव लिए। बैठक में उपस्थित स्थानीय नागरिकों ने कोटद्वार क्षेत्र में यातायात व्यवस्था, नशे का व्यापार करने वाले नशा तस्करों, जुआ खेलने वालों, नेशनल हाईवे पर आने वाली पार्किंग की समस्याओं एवं अवैध शराब की बिक्री, अन्य नशा तस्करों, जुआ खेलने वालों के सम्बन्ध में सुझाव दिए । नागरिकों की इन समस्याओं एवं सुझावों के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने इनके निराकरण के लिए मौके पर उपस्थित सम्बन्धित पुलिस अधिकारियों को सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए।
बैठक में अन्य विषयों जैसे कोटद्वार क्षेत्र के लाल बत्ती चौक, गोखले मार्ग, झण्ड़ा चौक, नजीबाबाद चौक आदि में जाम की स्थिति से निदान पाने के लिये सुचारु यातायात व्यवस्था हेतु सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बातचीत करके ट्रैफिक प्लान तैयार करने के सम्बन्ध में चर्चा की गयी।
कोटद्वार द्वार में अतिक्रमण की प्रमुख समस्या को लेकर अन्य विभाग के सहयोग से इस पर भी कार्यवाही करने के सम्बन्ध में चर्चा की गयी।
जनपद का कोटद्वार क्षेत्र उत्तर प्रदेश की सीमा बिजनौर से लगे होने के कारण बाहरी प्रदेश के लोगों का यहां आना-जाना रहता है। जिनका पुलिस वैरिफिकेशन कराया जाना अति आवश्यक है। जिससे आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके।कोटद्वार क्षेत्र में निवासरत पुलिस पेंशनरों की समस्याओं के निदान हेतु प्रत्येक माह थाने पर मीटिंग करने एवं पेंशनरों द्वारा बतायी गयी समस्याओं के निदान हेतु सम्बन्धित पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
बैठक में उपस्थित सभी स्थानीय नागरिकों से पुलिस ने उत्तराखण्ड़ पुलिस एप्प के माध्यम से भी किरायेदारों का सत्यापन कर पुलिस का सहयोग करने का आग्रह किया । वर्तमान में किरायेदारों के सत्यापन के सम्बन्ध में अभियान चलाकर पूरे जनपद के थाना क्षेत्रों में सत्यापन की कार्यवाही की जा रही है। अभियान के तहत अब तक 68 किरायेदार, 157 मजदूर, 36 रेड़ी/ठेली वालो की सत्यापन की कार्यवाही की जा चुकी है। सत्यापन न करने वाले 22 मकान मलिकों के विरुद्ध उत्तराखण्ड पुलिस अधिनियम की धारा- 81/83 के तहत चालान कर रु0 5,500/- जुर्माना वसूला गया व 02 व्यक्तियों का चालान माननीय न्यायालय को प्रेषित किया गया।
पुलिस कर्मचारियों के लिए जरुरी दिशानिर्देश
पुलिस कार्मिकों का अनुशासन/टर्नआउट उच्च कोटि का बनाऐ रखने के साथ-साथ जनता से अच्छा व्यवहार कर उनकी शिकायतों पर नियमानुसार कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
थाने पर आने वाले फरियादियों की समस्याओं पर त्वरित कार्यवाही करने हेतु सम्बन्धित पुलिस अधिकारिंयों को कड़े निर्देश दिये गये।
कोटद्वार में नियुक्त समस्त पुलिस कार्मिकों का थाना परिसर कोटद्वार में सम्मेलन लेकर उनकी समस्याओं के निराकरण हेतु सम्बन्धितों को निर्देशित किया गया।
विगत माह/वर्ष में कोटद्वार में घटित अपराधों की समीक्षा करते हुये सभी को लम्बित विवेचनाओं (1) मु0अ0अ0 58/2021,धारा-379 भा0द0वि0, (2) मु0अ0स0-168/2021, धारा-420/467/468/471/473/120 बी भा0द0वि0, (3) मु0अ0स0 171/2021, धारा-420/120 बी व 66(सी)(डी) आई.टी. एक्ट व लम्बित शिकायती प्रार्थना-पत्रों, माल मुकदमाती व ऑनलाईन पोर्टलों से प्राप्त शिकायतों का नियमानुसार तत्काल निस्तारण करने के सम्बन्ध में सम्बन्धितों को सख्त निर्देश दिये गये।
थाना क्षेत्र में निरोधात्मक कार्यवाही काफी कम होने के सम्बन्ध में सभी हल्का प्रभारी व बीट प्रभारियों को अधिक से अधिक सख्त कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया।
बीट आरक्षी को बीट क्षेत्र की सम्पूर्ण जानकारी के साथ-साथ आमजन के साथ बेहतर समन्वय बनाये रखने हेतु निर्देशित किया। साथ ही पुलिस कर्मिकों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने व योगा/पीटी/परेड़ करने के लिओ भी प्रेरित किया गया।
जनपद पौड़ी गढ़वाल का कस्बा कोटद्वार एक घनी आबादी वाला शहर है। वर्तमान में वाहनों में वृद्धि होने के कारण यातायात व्यवस्था में और सुधार किये जाने हेतु उपस्थित पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
उपरोक्त गोष्ठी में अपर पुलिस अधीक्षक श्री शेखर चन्द्र सुयाल, पुलिस उपाधीक्षक श्री गणेश लाल कोहली आदि स्थानीय गणमान्य, पेंशनर, पत्राकार बंधु मौजूद रहे।