देहरादून। जौनसार-बावर के हनोल स्थित श्री महासू देवता मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में पूजा-अर्चना के साथ दो दिवसीय परंपरागत “जागड़ा” महोत्सव (३० – ३१ अगस्त) का शुभारंभ हो गया है, इस मौके पर जागड़ा को राजकीय मेले का दर्जा दिलाने वाले प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज भी मौजूद रहे।
सिद्धपीठ श्री महासू देवता मंदिर हनोल में प्रारम्भ हुए “जागड़ा” मेले में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों सहित हिमाचल प्रदेश से आये हजारों श्रद्धालुओं ने देवदर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने भी हनोल मंदिर में पहुँच कर माथा टेका और प्रदेश की खुशहाली की कामना की।
जौनसार बावर में क्षेत्र में सबसे बड़े मेले के रूप में प्रसिद्ध जागड़ा महोत्सव जिसे हाल ही में राजकीय मेला घोषित किया गया है, में हनोल महासू मन्दिर में आज पहले दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं पंहुचे। जिला प्रशासन, पुलिस व मंदिर समिति ने जहाँ एक ओर इस आयोजन के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की हैं, वहीं दूसरी ओर मेले में आने वाले लगभग 20 हजार श्रद्धालुओं के लिए प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने अपनी ओर से भण्डारे की व्यवस्था की है। महासू देवता मंदिर में देवदर्शन के लिए सुबह से ही लंबी लाइनें लगी रही।
“जागड़ा” मेले के लिए महासू मंदिर और महासू नगरी को फूूलों से सजा कर भव्य एवं दिव्य रूप दिया गया है। जागड़ा पर्व के दौरान हनोल की सड़कें भी 2 किलो मीटर तक रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगा रहा है, इस बार मन्दिर परिषद् भण्डारे के पंडाल में एलसीडी स्क्रीन लगाकर मंदिर प्रांगण के नृत्य नाच गाने को लाइव दिखाया जा रहा है। हनोल पहुंचे कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने महासू मंदिर में माथा टेका, साथ ही उन्होंने कहा मानव उत्थान समिति के द्वारा खाद्यान्न सामग्री की व्यवस्था की गई है, साथ ही उन्होंने कहा इस बार मन्दिर समिति के द्वारा काफी अच्छा व्यवस्था की गई है, इसके साथ ही श्रद्धालुओं के लिए हनोल में स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद थी।
मेलाधिकारी उप जिलाधिकारी सौरव असवाल ने बताया कि, मेले के लिए सुरक्षा व्यवस्था के बेहतर इंतजाम किए गए हैं। इस दौरान पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल, जनजाति आयोग के अध्यक्ष मूरत राम शर्मा, सीओ विकासनगर संदीप नेगी, थाना अध्यक्ष आशीष रावियान, सचिव मोहन लाल सेमवाल, तहसील दार चमन सिंह, सीआर राजगुरु, रमेश डोभाल, रतन सिंह चैहान, जितेंद्र चैहान, एसडीओ अशोक कुमार, मातबर राणा, निरीक्षक पूरण, श्याम सिंह तोमर, सुरेश जिनाटा, आदि मौजूद रहे।