गोविन्द बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान कोसी-कटारमल एंव हिमगिरि नैचुरल प्रोडेक्ट को सोसाइटी की पहल
अल्मोड़ा 24 फरवरी। गोविन्द बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान कोसी-कटारमल एंव हिमगिरि नैचुरल प्रोडेक्ट को सोसाइटी के तत्वाधान में ग्राम तलाड़ में पिरूल से जैविक ईधन तैयार करने पर एक दिवसीय व्यवहारिक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया, जिसमें तलाड़, पहल, सैनार के 34 महिला एवं पुरूष किसानों ने प्रतिभाग किया। प्रशिक्षण का शुभारम्भ करते हुए हिमगिरि नैचुरल प्रोडेक्ट को सोसाइटी संस्था के अध्यक्ष प्रीति भण्डारी ने सभी प्रतिभागियों एवं ग्राम प्रतिनिधि ग्राम प्रधान का स्वागत करते हुए प्रशिक्षण की विषय-वस्तुओं से सभी प्रतिभागियों को अवगत कराया तथा संस्था से जुड़कर काम करके इस व्यवसाय को आगे बढ़ाने पर बल दिया।
इस अवसर पर गोविन्द बल्लभ पन्त राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान के तकनीकी अधिकारी डॉ0 वाई0 के0 रॉय ने प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित करते हुए संस्थान के कार्यकलापों तथा संस्थान द्वारा ग्रामीण विकास में किए जा रहे कार्यों से अवगत कराया तथा पिरूल के विभिन्न उपयोग बताकर पर्यावरण संरक्षण करने पर जोर दिया। इस प्रशिक्षण में संस्थान के मास्टर ट्रैनर डी0 एस0 बिष्ट ने प्रतिभागियों को पिरूल से बने उत्पादन जैसे फाइल कवर, कैरी बैग, मीटिंग फोल्डर बनाने की जानकारी देते हुए जैविक ईधन तैयार करने पर प्रयोगात्मक प्रशिक्षण प्रदान किया। प्रशिक्षण के दौरान ग्रामीणों ने अपने हाथों से जैविक ईधन (बायोब्रिकेट) बनाकर दिखाया तथा इस कार्य को व्यवसाय के रूप में अपनाने की रूचि व्यक्त की।
इस अवसर पर महिला शक्ति केन्द्र, व वन स्टॉप सेन्टर के कार्मिको द्वारा महिलाओं को महिला सुरक्षा एवं अधिकारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा साथ ही साथ ग्राम सभा तलाड़ के अर्जुन सिंह कनवाल ने ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए प्रशिक्षण में सीखी हुई तकनीक को अपनाने पर बल दिया।