रुद्रप्रयाग : बृहस्पतिवार – शुक्रवार को केदारनाथ यात्रा पर निकले चार तीर्थयात्रियों ने रास्ते में दिल का दौरा पड़ने के बाद दम तोड़ दिया । कपाट खुलने के बाद 29 दिनों के अंदर अब तक आंकड़ा 59 पहुंच गया है। बृहस्पतिवार देर शाम केदारनाथ से लौटते समय पैदल मार्ग पर आदित्य अनंत बनसौण (31) निवासी महाराष्ट्र की अचानक तबियत खराब हो गई थी।गौरीकुंड में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें सोनप्रयाग भेजा गया, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं, रात में केदारनाथ में अहमदाबाद निवासी बौयानी हरि भाई लाल और सोनप्रयाग में दौलत, निवासी समेणाबाड़ी, मध्य प्रदेश की मौत हो गई।
शुक्रवार को मलेगांव महाराष्ट्र निवासी दिलीप अयर (62) की केदारनाथ में मौत हो गई। यात्रा कंट्रोल रूम से बताया गया कि चारों यात्रियों के शव पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग भेजे गए हैं।
इससे पहले केदारनाथ यात्रा में 2015 में 57 यात्रियों की मौत हुई थी। जबकि 2012 में 72 श्रद्धालुओं की मौत हुई थी। इस बीच चारों धामों में मौतों का आंकड़ा पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ चुका है। यात्रा शुरू हुए अभी एक महीने से भी कम वक्त ही बीता है जबकि मौतों का आंकड़ा 125 के पार चला गया है। 2019 में पूरी चार धाम यात्रा यानी करीब छह महीनों में कुल 90 मौतें हुई थी। . यही नहीं, 2018 में 102 और 2017 में 112 श्रद्धालु पूरी यात्रा अवधि के दौरान मौत हुई थी। इस बार की यात्रा पर सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर इतनी मौतें क्यों हो रही हैं?