गैरसैंण 31 जुलाई। मौसम विभाग द्वारा जरी किया गया येलो अलर्ट एक बार उत्तराखंड में सही साबित हुआ। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी और मैदानी क्षेत्रों में कहीं-कहीं भारी बारिश की चेतावनी दी गई । शनिवार को प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में विधानसभा परिसर भराड़ीसैंण के पास दोपहर डेढ़ बजे बादल फटा। भारी बारिश से विधानसभा मुख्य भवन से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर हेलीपैड का 20 मीटर लंबा किनारा क्षतिग्रस्त हो गया। साथ ही चोरड़ा गांव के जंगल में बांज, बुरांश, फनियाट के सैकड़ों पेड़ मलबे में दब गए। घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है। बादल फटने के कारण अचानक धौली नदी और महाकाली का जल स्तर बढ़ गया है। फिलहाल जनहानि की कोई सूचना नही है।
यलो अलर्ट के मध्यनजर दो दिन के लिए रोकी गई यमुनोत्री धाम की यात्रा
जिला प्रशासन ने खराब मौसम को देखते हुए यमुनोत्री धाम की यात्रा दो दिनों के लिए स्थगित कर दी गई है। इस संबंध में एसडीएम ने आदेश जारी कर दिया है। कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते यमुनोत्री धाम का पैदल रास्ता कई जगह क्षतिग्रस्त हो गया था। साथ ही कई स्थानों पर पत्थर भी गिर रहे थे। शनिवार देर शाम एसडीएम शालिनी नेगी ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर दो दिन यात्रा स्थगित रहेगी।
250 से अधिक सड़कें बाधित
उत्तराखंड के कई हिस्सों में शनिवार को लगातार बारिश होने से पहाड़ी क्षेत्रों में कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ, जिसके फलस्वरूप बदरीनाथ और केदारनाथ जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों समेत 250 से अधिक सड़कें बाधित हो गईं।