राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत) गुरमीत सिंह ने अल्मोड़ा पहुँच कर ली विकास कार्यों की जानकारी
अल्मोड़ा 13 अप्रैल। उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत) गुरमीत सिंह बुधवार को अपने निर्धारित कार्यक्रमानुसार जनपद अल्मोड़ा पहुंचे। अल्मोड़ा पंहुचने पर माननीय राज्यपाल महोदय का स्थानीय सर्किट हाउस में जिलाधिकारी वन्दना द्वारा जनपद के पर्यटन स्थलों से सम्बन्धित प्रकाशित कॉफी टेबल बुक देकर स्वागत किया। इससे पूर्व पुलिस टीम द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। राज्यपाल ने सर्किट हाउस में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, वनाधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी के साथ बैठक कर जनपद में संचालित विभिन्न विकास कार्यों, गतिविधियों स्वास्थ्य व्यवस्थाओं, स्वरोजगार के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों, कानून एवं शांति व्यवस्था सहित जनपद में किए जा रहे अभिवन प्रयासों के बारे में जानकारी ली। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा मा0 राज्यपाल को जनपद में संचालित विभिन्न विकास कार्यों, अभिनव प्रयासों के साथ ही वर्तमान वित्तीय वर्ष में कराये जाने वाले महत्वपूर्ण प्रस्तावित कार्यों से अवगत कराया।
जिलाधिकारी वंदना सिंह ने बताया कि गत वित्तीय वर्ष में कोविड संक्रमण के बावजूद भी जनपद अल्मोड़ा में जिला योजना अन्तर्गत विभागों द्वारा शत-प्रतिशत धनराशि व्यय कर विकास कार्य सम्पन्न कराए गए। उन्होंने कहा कि जनपद में विशेष उपलब्धि के अन्तर्गत अल्मोड़ा नगर हेतु पेयजल की किल्लत के समाधान के लिए पूर्व में कोसी नदी से बनायी गयी पम्पिंग पेयजल योजना से 8 एमएलडी पानी उपलब्ध होता था जबकि नगर की पेयजल की मॉग 16 एमएलडी थी जिसकी पूर्ति हेतु कोसी द्वितीय पम्पिंग योजना बनायी गयी जो इस वर्ष पूर्ण हुई है इसी माह अप्रैल से द्वितीय पम्पिंग योजना से 8 एमएलडी कुल 16 एमएलडी पानी अल्मोड़ा नगर एवं आसपास के गॉवों की आपूर्ति हेतु उपलब्ध हो जायेगी।
राज्यपाल ने कहा कि पेजयल की समस्या एक चुनौती है, इसके समाधान हेतु इस प्रकार की योजनाओं के साथ ही जल संरक्षण एवं संवर्धन के कार्य नियमित रूप से करने होंगे जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि जल संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र में जिले में कोसी नदी पुर्नजनन अभियान चलाया जा रहा है जिसके अन्तर्गत कोसी कैचमेंट एरिया के अन्तर्गत रिचार्ज जोन तैयार करते हुए इस क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है। इस कार्य हेतु जनपद अल्मोड़ा को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है। जिलाधिकारी ने कहा कि इस क्षेत्र में ग्राम पंचायतों की मदद से पौधारोपण के अतिरिक्त छोटे-छोटे जलाशयों, चाल-खाल आदि का निर्माण किया जा रहा है। मा0 राज्यपाल ने कहा कि मनरेगा के अन्तर्गत ग्राम पंचायतों की मदद से जल संरक्षण एवं संवर्द्वन के अधिकाधिक कार्य कराये जाय।
जिलाधिकारी ने मा0 राज्यपाल को अवगत कराया कि विकासखण्ड धौलादेवी के ग्राम धसपड़ के अन्तर्गत ग्राम्या परियोजना अन्तर्गत जल शक्ति मंत्रालय के सहयोग से जल संवर्धन, जल प्रबन्धन के क्षेत्र में कार्य करते हुए ग्रामवासियों की आजीविका के क्षेत्र में कार्य किया गया जिस हेतु ग्राम पंचायत को ’राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार भी प्राप्त हुआ। इस कार्य की प्रंशसा करते हुए मा0 राज्यपाल ने कहा कि ग्राम पंचायत धसपड़ द्वारा किए गये इस उल्लेखनीय कार्य से अन्य ग्राम पंचायत भी प्रेरणा लें इस हेतु विभिन्न स्तर पर इसका प्रचार-प्रसार किया जाय। उन्होंने कहा कि यहॉ के ग्राम प्रधान के द्वारा कराए गये कार्य से निश्चित रूप से कृषि व औद्यानिकी के क्षेत्र में एक परिर्वतन होगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के प्रगतिशील को ब्राण्ड एम्बसेडर/रोल मॉडल बनाया जाय।
राज्यपाल ने सर्किट हाउस में विभिन्न महिला स्वयं सहायता समूहों के द्वारा लगाये गये स्टॉलों के निरीक्षण के साथ ही महिला स्वयं सहायता समूहों के प्रतिनिधियों से भी मिले तथा उनके उत्पादों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने स्थानीय उत्पादों, हस्तकला, शिल्पकला ताम्रशिल्प मशरूप उत्पादन, कृषि, उद्यान, आजीविका अन्तर्गत हिलांस के उत्पादों का अवलोकन करने के साथ ही उनके बारे में जानकारी प्राप्त की।