वनाग्नि को रोकने के लिए स्वयं सहायता समूहों व स्वैच्छिक संगठनों का सहयोग लें अधिकारी : वंदना सिंह

अल्मोड़ा 07 फरवर। वनाग्नि प्रबंधन योजना की बैठक आज कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी वंदना की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस दौरान जिलाधिकारी ने फायर सीजन में विभागों का आपसी कम्युनिकेशन सही रखने, वनाग्नि की घटनाओं को कम करने तथा आग बुझाने के लिए पर्याप्त तैयारियां करने के निर्देश दिए। इस बैठक में आगामी फायर सीजन में वनाग्नि की घटनाओं को रोकने एवं उनके प्रबंधन को लेकर चर्चा हुई। इस दौरान जिलाधिकारी ने संबंधितों को कहा कि पिछले वर्ष में हुई वनाग्नि की घटनाओं का आंकलन करें तथा जिन क्षेत्रों में अधिक घटनाएं हुई है वहां विशेष सतर्कता बरतें साथ ही इन क्षेत्रों की सूची तैयार कर सूची को सभी उपजिलाधिकारियों के साथ साझा करें। साथ ही उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूह तथा अन्य स्वैच्छिक संगठनों को वनाग्नि पर काबू पाने के लिए उनकी ट्रेनिंग कराई जाए।

जिलाधिकारी ने परियोजना निदेशक को निर्देश दिए कि वन विभाग से समन्वय करते हुए ऐसे क्षेत्रों की सूची प्राप्त करें जहां आग की अधिक घटनाएं घटती हों तथा उन क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों की लिस्ट बनाई जाए जिनको ट्रेनिंग दी जानी है। जिलाधिकारी ने आग की घटनाओं पर रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक करने तथा ग्रामीण स्तर पर आवश्यक बैठकें करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जो भी ट्रेनिंग की जानी हैं उन्हें इस माह के अंत तक अनिवार्य रूप से पूर्ण कर लिया जाए।

बैठक में जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिए कि ओण दिवस की तैयारियों के लिए ग्राम स्तर पर आयोजित होने वाली बैठकों को भी इस माह में आयोजित कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि ग्राम की खुली बैठकों में यह प्रस्ताव लाया जाए कि गांवों में जलने वाला कचरा फरवरी माह के बाद नही जलाया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि इसके बाद यदि कोई कचरा जलाता हुआ पाया गया तो ग्राम सभा संबंधित के विरुद्ध जुर्माने का प्रावधान करे। बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी सिविल सोयम प्रभाग ध्रुव सिंह मर्तोलिया समेत अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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