जिलाधिकारी ने वन क्षेत्रों में भांग की अवैध खेती की पता लगाने के लिए फॉरेस्ट रेंजरों की सक्रियता बढ़ाने के दिये निर्देश
पौड़ी 20 सितंबर। जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने बुधवार को जिला कार्यालय में राजस्व संवर्द्धन एवं अनुश्रण समिति की बैैठक ली। बैठक में परिवहन विभाग के अधिकारियों की अनुपस्थिति रहने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। बुधवार को अयोजित राजस्व संवर्द्धन एवं अनुश्रवण समिति की बैठक मेें जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी कोटद्वार व खनन न्यास अधिकारी को निर्देश दिए कि कोटद्वार में सम्भावित अवैध खनन को रोकने के लिए उचित स्थानों पर सीसीटीवी कैमरें लगवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने सीसीटीवी कैमरों की वीडियों रिकार्डिंग की लाईब्रेरी तैयार करते हुए इसकी मासिक रुप से जांच पड़ताल करने को कहा है।
जिला निबंधक द्वारा प्रस्तुत किए गये प्रलेख शुल्क सम्बंधी आंकडों में विरोधाभास जिलाधिकारी एसडीएम कोटद्वार व यमकेश्वर को तीन दिन के भीतर जांच करते हुए रिर्पाेट उपलब्ध कराने को कहा है। वन विभाग की राजस्व संवर्द्धन की 22 प्रतिशत की दर में तेजी लाने के लिए जिलाधिकारी डीएफओ गढ़वाल वन प्रभाग को आवश्यक कार्यवाही करने के साथ ही लीसा निकालने के लिए शासन स्तर के लिए डीओ लैटर (अनुरोध पत्र) तैयार करने को कहा है। वन क्षेत्रों में भांग की अवैध खेती की पता लगाने के लिए फॉरेस्ट रेंजरों की सक्रियता को बढ़ाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने एसडीएम व विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि नगर क्षेत्रों के कारखानों व कम्पनियों को सब्सिडी पर दिये जाने वाले विद्युत संयोजन की बारीकी से जांच पड़ताल करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि किसी एक कम्पनी को सब्सिडी पर दिये जाने वाले विद्युत कनैक्शन से पास वाली कम्पनी को विद्युत आपूर्ति किये जाने की सम्भावना हमेशा बनी रहती है। उन्होंने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को कच्ची शराब के अवैध व्यापार, अवैध खनन, भांग की खेती का विनिष्टिकरण पर प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिये हैं।
बैठक में डीएफओ गढ़वाल स्वपनिल अनिरुद्ध, एसडीएम सदर अबरार अहमद, एसडीएम श्रीनगर नूपूर वर्मा, जिला आबकारी अधिकारी के0पी0 सिंह, जिला खनन न्यास अधिकारी रवि सिंह नेगी, सब-रजिस्ट्रॉर निबंधक राज उनियाल, एसटीओ राज्य कर विभाग जयपाल शर्मा, एसडीओ विद्युत गोविन्द रावत आदि उपस्थित थे।