पौड़ी/यमकेश्वर 03 मई । उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अपने उत्तराखंड दौरे के दौरान जनपद पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर विकासखंड में महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय में ब्रह्मलीन राष्ट्रसंत अवेधनाथ महाराज की मूर्ति का अनावरण किया। इस दौरान उनके साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उपस्थित थे। योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार अपने गृह क्षेत्र यमकेश्वर पहुंचे जहाँ उनका स्थानीय जनता ने फूल मालाओं तथा ढोल-दमाऊ से उनका जोरदार स्वागत किया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि अवैधनाथ महाराज जी का जन्म यमकेश्वर कांडी गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी छोटी सी उम्र में घर छोड़ दिया था , लेकिन उनका जन्मभूमि क्षेत्र से बेहद लगाव था। उन्होंने कहा कि उन्होंने देश के विभिन्न शहरों का भ्रमण कर गोरखपुर को अपनी स्थली बनाया, उन्ही के प्रयासों से महाविद्यालय संचालन शुरू किया गया। योगी ने उत्तराखंड सरकार का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि सरकार के प्रयासों से इस महाविद्यालय को मान्यता दी गई। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा महाविद्यालय में साइंस क्लास की घोषणा बेहद सराहनीय है। इस दौरान उन्होंने कहा कि कहीं वर्षों बाद मुझे अपने गुरुजनों का सम्मान करने का अवसर मिला है। उन्होंने अपने छह गुरुजनों को शॉल ओढ़कर कर सम्मानित किया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं व्यक्तिगत रुप से गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि पूज्य गुरु जी को उनकी जन्मभूमि पर सम्मान दे पा रहा हूं। उन्होंने कहा कि मेरे लिए गौरव की बात है कि मैं अपने स्कूली गुरुजनों का सम्मान कर पा रहा हूं ! उत्तराखंड में सबसे बड़ी समस्या पलायन है यहां के लोग पलायन कर रहे हैं यहां अच्छी शिक्षा अच्छा माहौल सौंदर्य और संभावनाएं हैं, उत्तराखंड का युवा जहां भी जाता है अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश 2014 बाद नए उत्साह के साथ आगे बढ़ रहा है, 2000 से पूर्व सभी लोग यूपी के ही हैं, कोरोना में बहुत से लोगों ने अपनों को खोया है लेकिन भारत का सबसे बढ़िया प्रबंधन पूरे विश्व में सराहा गया, पहले महामारी में मौतें बीमारी से ज्यादा भुखमरी से होती थी लेकिन अब माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में देश बदल चुका है, सरकार संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि देश को बचाना है तो उत्तराखंड के पलायन को रोकना होगा क्योंकि उत्तराखंड देश की उत्तरी सीमा है। पलायन रोकने के लिए वृक्षारोपण जल संरक्षण को बढ़ावा देना होगा। उत्तराखंड मे आध्यात्मिक पर्यटन को इको पर्यटन से जोड़ना होगा। योगी जी ने कहा कि ने कहा है कि आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा लेकिन इसके लिए पलायन को रोकना पड़ेगा। जहां अन्य राज्यों में अव्यवस्था फैली है वही उत्तर प्रदेश में आज ईद के अवसर पर कहीं कोई उपद्रव नहीं हुआ। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपने गुरुजनों राजेंद्र सिंह रावत, राजेंद्र सिंह भंडारी, महिमानंद बड़थ्वाल, सत्य प्रसाद बड़थ्वाल को सम्मानित किया।