तिलवाड़ा 31 अक्टूबर। उत्तराखंड की डबल इंजन वाली सरकार ‘हर घर जल’ की बात तो करती है, लेकिन पौड़ी जिले का सुमाड़ी गांव पानी को लेकर आंदोलन पर उतर आया है। रविवार को सुमाड़ी में पानी की गम्भीर समस्या को लेकर एक अहम बैठक आहूत की गई, जिसमें सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि, आगामी दो नवंबर को तिलवाड़ा-घनसाली मोटरमार्ग पर चक्का जाम किया जाएगा, इस मौके पर सुमाड़ी विकास संघर्ष समिति का भी गठन किया गया, जिसमें सर्व सहमति से सामाजिक कार्यकर्ता भगत चौहान को अध्यक्ष नामित किया गया। महासचिव की जिम्मेदारी बहादुर रावत को सौंपी गई।
जन अधिकार मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया कि, सुमाड़ी भरदार के लिए लिफ्ट पंप योजना का निर्माण किया जाए, इसके साथ ही सुमाड़ी-भणगा पेयजल योजना का विस्तार करते हुए हेड पर फिल्ट्रेशन और इंटेक चेंबर का निर्माण किया जाए। पुरानी पेयजल योजना का एलाइनमेंट बदलकर इसे जमीन में दबाया जाए ताकि भूस्खलन से योजना क्षतिग्रस्त न हो, यह भी सुझाव दिया कि, कलक्ट्रेट पेयजल योजना की तर्ज पर पांजणा गाढ़ से सुमाड़ी के लिए अलग से पेयजल योजना का निर्माण किया जाए या सुमाड़ी को कलक्ट्रेट की लाइन से जोड़ा जाए।
इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य शांति भट्ट ने कहा कि, सुमाड़ी में पानी की समस्या दूर नहीं हुई तो महिलायें और स्थानीय जनता सड़कों पर उतर आएंगी। उन्होंने कहा कि, वर्षों से सुमाड़ी में पानी की समस्या बनी हुई है, जिसके निराकरण के लिए आज तक कोई ठोस पहल नहीं हुई। सुमाड़ी विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष भगत चौहान ने कहा कि, 2 नवंबर को सुमाड़ी में चक्काजाम किया जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं और स्थानीय लोग उपस्थित रहेंगे, अब जनता पानी के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ेगी, सुमाड़ी की उपेक्षा अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस मौके पर संघर्ष समिति के संरक्षक मण्डल का भी गठन किया गया, जिसमें प्रधान सुमाड़ी उम्मेद रावत, क्षेत्र पंचायत सदस्य सीमा देवी, जिला पंचायत सदस्य ज्योति देवी, जिला पंचायत सदस्य मंजू देवी, महिला मंगल दल अध्यक्ष रेखा देवी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य शांति भट्ट एवं आशा डिमरी, पूर्व क्षेत्र पंचायत नरेंद्र कंडारी, पूर्व ग्राम प्रधान गणेशी देवी आदि को शामिल किया गया।
इस मौके पर देवेश्वरी देवी, मीना देवी, कुसुम देवी, उषा देवी, कलावती देवी, सती देवी, कमला देवी, विमला देवी, अबला देवी, सुनीता देवी, सुमति देवी, मंजू देवी, पार्वती देवी, अरुणा बंगारी, बीना भट्ट, सोनी देवी, सरिता नौटियाल, आशा नौटियाल, बीना सकलानी, रश्मि देवी, संतोषी देवी, सुमन लता, सोनिका सिरवान, सुनीता देवी, कुलभूषण गौड़, भीम सिंह रावत, कांति प्रसाद भट्ट, भगवती प्रसाद नौटियाल, लक्ष्मी चंद रमोला, पूर्णानंद भट्ट, शूरवीर चौहान, महावीर रावत, पंकज रौतेला, नरेश भट्ट, मुकेश बिष्ट, विक्रम सिंह, विनोद सिंह, कमल सिंह रावत, कुलदीप चंद, एएल शाह सहित कई लोग मौजूद थे।