देहरादून 17 जुलाई। सोमवार को सीबीआई की कोर्ट में उत्तराखंड के बहुचर्चित 2016 के स्टिंग ऑपरेशन को लेकर सुनवाई हुई। जिसके बाद सीबीआई की कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत को अपने अपने वॉयस सैंपल देने को कहा है। कोर्ट ने इस वाबत दोनों को नोटिस भी जारी किया है । अधिवक्ता मनमोहन कंडवाल ने बताया कि विधायक उमेश शर्मा और मदन बिष्ट को भी नोटिस जारी किए जाएंगे लेकिन, संवैधानिक पद पर होने के कारण सीबीआई को पहले पूरी प्रक्रिया अपनानी होगी। अब सीबीआई अपने स्तर से वॉइस सैंपल लेने का समय तय करेगी।
ट्रिपल H का खेल
इस बीच सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक वीडियो जारी करते हुए पूछा है कि तथाकथित स्टिंग जिसमें एक्सपर्ट स्टिंगकर्ता ने कुछ छेड़छाड़ भी की है,उस स्टिंग के अलग-अलग हिस्सों को मैं 2-2 दिन के अंतराल के बाद आपके संज्ञानार्थ अपने फेसबुक पेज पर साझा करना चाहता हूं। जिसमे स्टिंगकर्ता कह रहा है कि एक व्यक्ति जो राज्य के मुख्यमंत्री थे,जिनके साथ हिमालय पुत्र के पुत्र होने का संयोग जुड़ा है, उनके लिए कहता है कि स्टिंग के पीछे उन्हीं का हाथ है। धन का आदान-प्रदान हुआ है, कितना हुआ है यह ऐसा नाम है जब ये देहरादून और इसके आस-पास दिखाई दें, तो उत्तराखंड के ऊपर कोई न कोई संकट आता ही आता है!! गौरतलब है कि उत्तराखंड में हिमालय पुत्र के नाम से स्वर्गीय हेमवतीनंदन बहुगुणा को जाना जाता है।
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https://twitter.com/i/status/1680841887970902017