देहरादून 28 फरवर। कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी, ने सोमवार को एक बार फिर से बीजेपी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने बीजेपी में मची अंदुरुनी हलचल पर चुटकी लेते हुए कहा कि भाजपा को न तो लोकतंत्र में बिश्वास है और न ही भारतीय संविधान में , सरकारें तोडना और जोड़ तोड़ की राजनीती इनका असली चेहरा है। एक सवाल की जवाब में जब उनसे पूछा गया कि प्रदेश बीजेपी कोई नेता दिल्ली जा रहे है और कोई दिल्ली से देहरादून आ रहे है तो उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर जो भी कवायद यहाँ चल रही है, उत्तराखंड के नेताओं का चाहे दिल्ली जाना हो, चाहे दिल्ली वालों का इधर आना हो, ये बताता है की भारतीय जनता पार्टी में अंदर खाते सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है।
उन्होंने कहा की जिस तरह का इनका षड्यंत्रकारी दिमाग बीजेपी में है तो कुछ न तो कुछ तो इनके दिमाग में पक रहा है। हमें लगता है कि इस बार प्रदेश की जनता इनको कोई मौका देगी ही नहीं। उत्तराखंड में कांग्रेस इस बार कांग्रेस मजबूत सरकार,व पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी। जिस तरह का षड्यंत्र इन्होने 2016 में किया जनता उसे भली भाति जानती है, कांग्रेस पार्टी सच्चाई पर चलने वाली पार्टी है, और आखों देखी मक्खी निगलना नहीं चाहती, अगर हमारे संज्ञान में कोई इस प्रकार का कृत्य आया है जो लोकतंत्र व संबिधान पर चोट है तो उसके खिलाफ हम बात करेंगे ही करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार हम बनाने जा रहे है भाजपा किसी मुगालते में न रहे।
स्मार्ट सिटी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अब तक 690 करोड़ निर्गत हो चुका है, और अगर आप नजर घुमाकर शहर में देखें तो आप 100 करोड़ के भी काम नहीं गिना पाएंगे। ऐसे में लगता है कि एक बड़ा गड़बड़झाला या बड़े घोटाले को अंजाम दिया गया है स्मार्ट सिटी के नाम पर। मोदी जी ने कहा था कि 100 स्मार्ट सिटी बनेंगी,लेकिन आज तक एक भी स्मार्ट सिटी देखने को नहीं मिली है। उन्होंने दून अस्पताल का जिक्र करते हुए कहा कि चारों और सड़कों को खोदा गया है, चारो ओर जाम कि स्थित है, हालत ये है कि एम्बुलेंस भी खड़ी नहीं हो सकती।
दसौनी ने कहा कि पिछले तीन सालों से देहरादून के लोगों को जिस हुज्जत का सामना करना पड़ रहा है उसका जवाबदेह कौन होगा , आपने पूरा शहर खोद कर रख दिया है , सुंदरीकरण तो छोड़िये जो हमारा पुराना शहर था उसे ही लौटा दीजिये। उसके ऊपर देहरादून के मेयर ने तो देहरादून की सड़कों को ही बेच खाया है स्मार्ट पार्किंग के नाम पर, इसका सारा का सारा पैसा इनके खाते में जा रहा है।