देहरादून 24 सितम्बर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश मीडिया प्रभारी एवं वरिष्ठ मीडिया पैनलिस्ट राजीव महर्षि ने भाजपा नेता के बेटे द्वारा निर्दोष अंकिता भंडारी की निर्मम हत्या को देवभूमि पर सत्तारूढ़ दल के लोगों द्वारा कलंकित करने की निंदा की है। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा अब अपने दागी नेताओं को पार्टी से निकाला जा रहा है किंतु सत्ता बल की दबंगई के दम पर ही राजाजी नेशनल पार्क जैसे संवेदनशील इलाके में अय्याशी के अड्डे चलाए जा रहे थे।
महर्षि ने कहा कि उत्तराखंड की मासूम बेटी के हत्यारों को जितना जल्दी हो, कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पर्यटन के नाम पर जिस तरह से उत्तराखंड में काले धंधे चल रहे हैं, इस प्रवृत्ति पर तत्काल प्रभाव से विराम लगना चाहिए। महर्षि ने कहा कि भाजपा सरकार के दामन पर अंकिता कांड बदनुमा दाग है। भाजपा इस कलंक को आज तक पालने पोसने का काम करती आई है, उसे इसके लिए प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।महर्षि ने कहा कि अंकिता को तो वापस नहीं लाया जा सकता किंतु यह अपेक्षा तो की ही जाती है कि काले धंधे कर रहे सफेदपोशों के चेहरे से नकाब हटाया जाए और इसके लिए भाजपा सरकार को दृढ़ इच्छाशक्ति दिखानी चाहिए। प्रदेश में वन प्रांतरों में इस तरह के अनेक अड्डे बीते छह वर्षों में उभर आए हैं और इनमें ज्यादातर अवैध हैं। दुर्भाग्य यह है कि भाजपा सरकार आज तक इन पर नकेल कसने में नाकाम रही है।
महर्षि ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाले प्रधानमंत्री मोदी के चेले बेटियों के साथ जिस तरह का बर्ताव कर रहे हैं, अंकिता हत्याकांड उसका उदाहरण है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता के बेटे द्वारा किया गया यह कुकृत्य उत्तराखंड को शर्मसार कर गया है। इसकी जितनी भर्त्सना की जाए कम है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में कानून का भय खत्म हो गया है और सरकार केवल एक शोपीस बनकर रह गई है। वरना इस तरह की घटनाओं का सामना नहीं करना पड़ता। भाजपा क्षण को सीधे तौर पर अंकिता हत्याकांड की जिम्मेदारी लेते हुए पद से हट जाना चाहिए।