मेडिकल छात्रा लीपिका चौहान के परिवार से मिले अपर जिलाधिकारी सी0एस0 मर्तोलिया, तो कार्तिकेय दीक्षित के घर पहुंचे संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत जयकिशन , अजय नेगी के घर पहुंचे संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत
अल्मोड़ा 02 मार्च। जिलाधिकारी वन्दना द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में यूक्रेन में अल्मोड़ा की मेडिकल छात्रा लीपिका चौहान के परिजनों से आज उनके आवास पर अपर जिलाधिकारी सी0एस0 मर्तोलिया ने लिपिका चौहान की कुशलक्षेम जानी और उनके परिवार को जिला प्रशासन द्वारा हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया। इस दौरान उनके पिता मदन सिंह चौहान द्वारा अवगत कराया गया कि दिनॉंक 01 मार्च को उनकी पुत्री लिपिका जो रोमानिया बार्डर के लिए बस से निकली थी जो दिनॉंक 02 मार्च को रात्रि 1ः30 बजे रोमानिया बार्डर से 300 किमी0 की दूरी पर थी तथा सुरक्षित है और परिवार के सम्पर्क में है।
इसी क्रम में मेडिकल छात्र कार्तिकेय दीक्षित पुत्र संदीप कुमार दीक्षित के परिजनों से उनके रानीखेत स्थित आवास पर 02 मार्च को संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत जयकिशन द्वारा मुलाकात कर कार्तिकेय दीक्षित की कुशलक्षेम जानी। इस दौरान उनके पिता द्वारा बताया गया कि प्रातः 9ः00 बजे कार्तिकेय से दूरभाष पर वार्ता हुई। कार्तिकेय द्वारा बताया गया कि वे वे 300 छात्रों के गु्रप के साथ खारकीव से उझोरोड जो हंगारी बार्डर से लगभग 30 किमी0 की दूरी पर है के लिए ट्रेन उपलब्ध होने पर निकलने की तैयारी कर रहे है तथा सुरक्षित है और परिवार के सम्पर्क में है। इस अवसर पर संयुक्त मजिस्ट्रेट ने भारत सरकार के ‘‘मिशन गंगा‘‘ अभियान के बारे में परिजनों को जानकारी दी।
जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम में संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत द्वारा राजस्व उप निरीक्षक ने मेडिकल छात्र अजय नेगी पुत्र हीरा सिंह नेगी के परिजनों से उनके पैतृक ग्राम डाभर, पो0 सोनी, रानीखेत पहुॅचकर जानकारी प्राप्त की। इस दौरान अजय नेगी के चाचा गोपाल सिंह द्वारा अवगत कराया गया कि उनका पूरा परिवार दिल्ली में निवासरत् है। उन्होंने बताया कि दूरभाष पर वार्ता के दौरान बताया गया कि अजय नेगी यूक्रेन से 700 से 800 किमी0 दूर पोलैण्ड बार्डर पर फंसे हुए हैं।