नई दिल्ली। उत्तरकाशी में सिल्क्यारा टनल ध्वस्त होने और उसमें 41 श्रमिकों के फंसने के मामले में सोशल मीडिया पर अडानी ग्रुप का नाम घसीटा जा रहा है। इस मामले में सबसे आगे रहे पूर्व भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी, स्वामी ने अपने ट्वीट में कहा कि उत्तराखंड के टनल को किस कंपनी ने बनाया था? जब सुरंग ध्वस्त हुआ, उस समय वहाँ कौन से हितधारक थे? क्या उनमें अडानी का भी नाम था? मैं पूछ रहा हूं, बता नहीं रहा।’
इसके बाद तुरंत अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने भी मामले में अडानी का नाम घसीटा। उन्होंने लिखा, ‘उत्तराखंड में जो टनल ध्वस्त हुआ उसे कौन बना रहा था? ‘नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड’ के बारे में कुछ विवरण सामने आए हैं, जिन पर ध्यान देना जरूरी है।’
जिसके बाद आज अडानी ग्रुप की तरफ से जवाब दिया गया है । कंपनी ने कहा कि सुंरग के निर्माण से अडानी ग्रुप का किसी तरह से कोई लेनादेना नहीं है और न ही कंपनी का शेयर है। अडानी ग्रुप ने के लिखित व आधिकारिक बयान में कहा है कि ‘ हमारे संज्ञान में आया है कि कुछ तत्व हमें उत्तराखंड में एक सुरंग के दुर्भाग्यपूर्ण ढहने से जोड़ने की गलत कोशिश कर रहे हैं। हम उनकी इन कोशिशों और इसके पीछे के लोगों की कड़ी निंदा करते हैं।
हम यह स्पष्ट करते हैं कि अडानी समूह या उसकी किसी सहायक कंपनी का सुरंग के निर्माण किसी तरह का कोई लेनादेना नहीं है। फिर वो चाहे डायरेक्ट हो या इन-डायरेक्ट। हम यह भी स्पष्ट करते हैं कि सुरंग के निर्माण में शामिल कंपनी में हमारा कोई शेयर भी नहीं है।’ उत्तरकाशी सुरंग चार धाम परियोजना का हिस्सा है। हैदराबाद स्थित नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड द्वारा बनाई जा रही है। कंपनी सीवी राव द्वारा प्रवर्तित नवयुग समूह का हिस्सा है और इसका अडानी समूह के साथ कोई स्पष्ट संबंध नहीं है।