रुड़की 26 दिसंबर। मंगलवार को मंगलौर के लहबोली गांव में ईंट भट्टे की दीवार अचानक गिर गई।दीवार के गिरने से आधा दर्जन से ज्यादा मजदूर मलबे में दब गए, जिसमे 6 मजदूरों की मौत हो गई व 10 लोग घायल हो गए । जिलाधिकारी ने दुर्घटना के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं। हादसे के बाद मजदूरों में चीख पुकार मच गई।
घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मृतक परिवारों के साथ अपनी संवेदना दी है। उन्होंने कहा की राज्य सरकार को चाहिए कि ऐसी स्थितियों में जो मौतें हो रही हैं उनको भी दैवीय आपदा की स्थिति की मौतें मानकर उनके मृतकों को मुआवजा दिया जाए।
दूसरी तरफ घटनास्थल पर पहुंचे जिलाधिकारी और एसएसपी ने ग्रामीणों को समझाया ग्रामीण मृतकों के परिवारों को 10 से 15 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग पर अड़े रहे। करीब एक घंटे हंगामे के बाद मुआवजे की मांग पूरी होने पर ग्रामीणों ने शव उठने दिए। मृतक के परिजनों को ईंट भट्ठा मालिक की ओर से साढ़े तीन-तीन लाख और मुख्यमंत्री की ओर से ढाई-ढाई लाख की धनराशि मुआवजे के रूप में देने की घोषणा की गई है। इसके बाद पुलिस ने पांचों शवों को पोस्टमार्टम के लिए रुड़की सिविल अस्पताल भेज दिया।