सुप्रीम कोर्ट ने मोदी सरकार को दिया अल्टीमेटम
नई दिल्ली 20 जुलाई। मणिपुर में जारी हिंसा के बीच बुधवार को एक वीडियो वायरल हुआ जिसमे दो महिलाओं को नग्न कर भीड़ द्वारा सड़क कुछ लोगों को दोनों महिलाओं के साथ जबरदस्ती छेड़छाड़ करते देखा जा सकता है। घटना 4 मई 2023 की बताई जा रही है। खबरों के मुताबिक, पीड़ित महिलाएं कुकी-जोमी समुदाय की हैं। दोनों पीड़ित महिलाओं में एक की उम्र 20 साल और दूसरी की 40 साल है। घटना दो महीने पहले की है और एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि इस मामले में 18 मई को कांगपोकपी जिले में एक जीरो FIR दर्ज की गई थी। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी में से एक को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया और बाकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
घटना का स्वतः संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न कर घुमाने का जो वीडियो सामने आया है वो वास्तव में परेशान करने वाला है। CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने सरकार से इस पर कार्रवाई करने को कहा है। सीजेआई ने कहा कि यह बिल्कुल अस्वीकार्य है। CJI ने कहा कि जो वीडियो सामने आए हैं उससे हम बेहद परेशान हैं। अगर सरकार कार्रवाई नहीं करेगी तो हम करेंगे।
बुधवार को जब इस हैवानियत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो सरकार लेकर आम लोगों तक सभी के होश उड़ गए। किसी को अपने आंखों पर भरोसा नहीं हो रहा था। मानवता शर्मसार हो रही थी। वीडियो ऐसे समय पर वायरल हुई है जब संसद का मानसून सत्र चल रहा है , गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 80 दिनों तक इस मामले में कुछ नहीं बोला, आज मौके की नजाकत को समझते हुई उन्होंने कहा कि घटना किसी भी सभ्य समाज को शर्मसार करने वाली है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा ह्रदय पीड़ा और क्रोध से भरा हुआ है। मणिपुर की जो घटना सामने आई है वह किसी भी सभ्य समाज को शर्मसार करने वाली है। 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार होना पड़ रहा है।
यह घटना 4 मई 2023 को राज्य की राजधानी इंफाल से लगभग 35 किलोमीटर दूर कांगपोकपी जिले के गांव बी. फीनोम में हुई। ग्राम प्रधान द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक, चार मई को शाम लगभग तीन बजे 900-1000 की संख्या में कई संगठनों से जुड़े लोग बी. फीनोम गांव में जबरदस्ती घुस आए। इनके पास एके राइफल्स, एसएल.आर इंसास और 303 राइफल्स जैसे अत्याधुनिक हथियार थे। हिंसक भीड़ ने सभी घरों में तोड़फोड़ की और फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक सामान, बर्तन, कपड़े, अनाज सहित नकदी को लूटने के बाद सभी चल संपत्तियों को आग के हवाले कर दिया।
प्रधान के अनुसार इसी दौरान भीड़ ने तीन महिलाओं को कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया और भीड़ के सामने के सामने ही उन्हें निर्वस्त्र कर दिया। वीडियो में भी इस घटना को साफ देखा जा सकता है कि पुरुष असहाय महिलाओं के साथ लगातार छेड़छाड़ कर रहे हैं, वो रो रही हैं। हैवानियत यहीं सीमित नहीं रही, इसके बाद भीड़ ने 21 साल की एक लड़की का बेरहमी से सामूहिक दुष्कर्म किया। जब 19 वर्षीय छोटे भाई ने अपनी बहन की अस्मिता और जान बचाने की कोशिश की, तो भीड़ में शामिल लोगों ने उसकी मौके पर ही हत्या कर दी।