ऋषिकेश 25 सिंतबर। रविवार को पौड़ी पुलिस ने अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड प्रकरण में बताया कि, कुछ न्यूज़ चैनल, एवं सोशल साइट्स पर यह खबर चलाई जा रही है कि, जिस कमरे में अंकिता रह रही थी, उस कमरे को बुलडोजर चलाकर साक्ष्य मिटने की कोशिश की गई है, जबकि पुलिस का कहना है कि, मामले की जांच जैसे ही राजस्व पुलिस से रेगुलर पुलिस को को ट्रांसफर हुई यानि 22 सिंतबर को, उसी दिन जांच अधिकारी ने रिजोर्ट में जाकर सारे साक्ष्य एकत्रित कर अंकिता भण्डारी के पूरे कमरे की वीडियोग्राफी की थी, इसके बाद अगले दिन 23 सिंतबर को दुबारा सुबह – सुबह फोरेसिंक टीम द्वारा सभी इलेक्ट्रोनिक एवं फोरेन्सिंक साक्ष्य एकत्रित किये जा चुके थे।
पौड़ी पुलिस ने यह भी बताया कि, अंकिता प्रकरण में कुछ न्यूज़ चैनलों में यह भ्रान्ति फैलाई जा रही है कि, जिस अंकित को जनपद पौड़ी गढ़वाल पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है, वह पुलकित आर्य का भाई है, जबकि गिरफ्तारशुदा अंकित, पुलकित आर्य का भाई नहीं है। मामले में पुलिस द्वारा पुलकित आर्य, अंकित व सौरभ को द्वारा न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है।
जनपद पुलिस प्रकरण में पूर्ण निष्पक्षता एवं गुण दोष के आधार पर नियमानुसार कार्यवाही कर रही है, अतः प्रकरण में अनरगल भ्रान्तिया न फैलाकर, प्रदेश एवं जनपद की कानून व्यवस्था बनाने में अपना सहयोग करें।