नई दिल्ली 21 सितम्बर। मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव का बुधवार को दिल्ली के AIIMS निधन हो गया है। राजू पिछले महीने 10 अगस्त को जिम में वर्कआउट करते वक्त गिर गए थे,जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया जहाँ पता चला था कि उन्हें हार्ट अटैक आया था। 42 दिन तक दिल्ली AIIMS में हर संभव इलाज के बाद भी राजू श्रीवास्तव को बचाया नहीं जा सका। उनका अंतिम संस्कार 22 सितंबर को दिल्ली के निगमबोध घाट पर किया जाएगा।
AIIMS के डॉक्टर ने जानकारी दी है कि राजू श्रीवास्तव का नई तकनीक से पोस्टमार्टम किया गया है। इस तकनीक से शरीर में किसी तरह का विच्छेदन नहीं किया जाता है। जिस तकनीक से राजू श्रीवास्तव का पोस्टमार्टम हुआ है उसे वर्चुअल ऑटोप्सी कहते हैं। इस प्रक्रिया में 15-20 मिनट का समय लगा।
गजोधर भैया 58 साल के थे । पिछले 42 दिनों में कई बार बेहतर होती सेहत की खबरें आती रहीं। लेकिन आखिरकार आखिरी खबर आई… राजू चला गया, ये कहते हुए कि जिंदगी में ऐसा काम करो कि यमराज भी आएं तो कहें कि भैंसे पर आप बैठिए, मैं पैदल चलूंगा.. आप नेक आदमी हैं। …ये राजू की ही कही है।
राजू का सपना हीरो बनने का था और उसका पीछा करते राजू 1982 में मुंबई आ गए। लेकिन जिंदगी तो जिंदगी है। पहला काम ऑटो ड्राइवर का मिला। लेकिन अपना काम वहां भी जारी रखा। अपने चुटकुलों से सवारियों को हंसाते और मंजिल पर पहुंचाते। ऐसे ही एक दिन एक सवारी ने पहला स्टेज परफॉर्मेंस दिला दिया। पैसे मिले 50 रुपए। फिर तो ऐसा बारहा होने लगा। राजू ज्यादातर समय अमिताभ की नकल करते और उन्हीं की तरह दिखने की कोशिश भी होती। यही पहचान बनती गई। फिल्म में मौका मिला 1988 में आकर, तेजाब से। हीरो अनिल कपूर थे। जॉनी लीवर के साथ राजू भी दिखे।
दूरदर्शन पर 1994 के शो टी टाइम मनोरंजन में मौका मिला। इसके बाद ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज राजू ने तीसरा स्थान हासिल किया। यहां से पहचान बढ़नी शुरू हुई। फिर कॉमेडी का महा मुकाबला, कॉमेडी सर्कस, देख भाई देख, लाफ इंडिया लाफ, कॉमेडी नाइट विद कपिल, द कपिल शर्मा शो और गैंग्स ऑफ हंसीपुर जैसे शो करते चले गए।