रामनगर 12 जुलाई। रामनगर के धनगढ़ी नाले में आज उफान ने रौद्र रूप ले लिया, नाले में एक अल्टो कार बह गई गनीमत यह रही कि, अल्टो कार में सवार चार शिक्षक किसी तरह से जान बचाने में सफल हो गए। कुमाऊं और गढ़वाल को जोड़ने वाला नेशनल हाईवे 309 पर स्थित धनगढ़ी नाला आज फिर उफान पर था, शिक्षकों ने किसी तरह कार से कूदकर अपनी जान बचाई, जिससे एक बड़ा हादसा होने से टल गया।
गौरतलब है कि, इस नाले के चलते यहां सुबह से ही यातायात बाधित है, लोग घंटों से पानी कम होने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं प्रशासन द्वारा जेसीबी के जरिए भी नाले के बीचो बीच आए पत्थरों को भी हटाने का कार्य लगातार जारी है। इस नाले में अब तक दर्जनो लोग अपनी जान गवा चुके हैं। 2020 में इसमें पुल निर्माण के कार्य को मंजूरी मिली थी, जिसको 18 माह में पूरा किया जाना था, लेकिन आज भी पुल न बनने की वजह से लोग इस धनगढ़ी नाले के जरिए ही कुमाऊं और गढ़वाल को अपने – अपने गंतत्व को जाते हैं। बता दें कि, अनिल बलूनी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर पुल निर्माण के लिए विशेष प्रयास किए थे, जिसमें इस को मंजूरी मिल गई थी, वुडहील के अधिकारियों ने 18 माह में पुल का निर्माण को पूरा करने का दावा किया था, इस क्षेत्र में दो पुल बनने थे। धनगढ़ी में 150 मीटर लंबाई का पुल जिसकी लागत 7 करोड 65 लाख थी और पनोद नाले पर 90 मीटर लंबा पुल 6 करोड़ 33 लाख की लागत से बनना था, वही निर्माण कार्य को 18 माह पूरा होने के बाद भी आज भी लोगों को इस पुल के बनने का इंतजार है।