कोटद्वार। विगत शुक्रवार को प्रभारी एन्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम कोटद्वार को फोन द्वारा श्रीमती गीता पत्नी राम प्रसाद, निवासी-गांव बूगा, पो0ओ0- बंघाट बूगा, सतपुली, जनपद पौड़ी गढ़वाल जो कि राजस्व क्षेत्र में आता है, द्वारा बताया गया कि उनकी बेटी लक्ष्मी (उम्र 15 वर्ष) व पूजा (उम्र 13 वर्ष) घर से बिना बताए कहीं चली गयी है ,और अभी तक घर वापस नही लौटी हैं । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद पौड़ी गढ़वाल यशवन्त सिंह चौहान द्वारा गुमशुदा बच्चों की तलाश कर सकुशल बरामद करने हेतु निर्देशित दिए गए हैं ।
मामले की गंभीरता को देखते हुए अपर पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा जोशी के निर्देशन, पुलिस उपाधीक्षक कोटद्वार गणेश लाल कोहली के प्रर्यवेक्षण ने AHTU प्रभारी महिला उपनिरीक्षक सुमनलता के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा उक्त गुमशुदा बालिकाओं की तलाश शुरू की गयी। टीम द्वारा तत्परता दिखाते हुए गुमशुदा बालिकाओं की अथक प्रयास एवं सुरागरसी पतारसी करते हुये दिनांक 09.07.2022 को गुमशुदा बालिकाओं का दिल्ली होना पाया गया। पुलिस टीम द्वारा बालिकाओं के माता-पिता को सूचित करते हुए टीम उक्त गुमशुदाओं को लेने दिल्ली रवाना हुयी। तत्पश्चात गुमशुदा बालिकाओं लक्ष्मी व पूजा को दिल्ली से सकुशल बरामद कर एन्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग कार्यालय कोटद्वार लाया गया।
नाबालिक लड़कियों ने बताया कि वे अपने परिवार जनों से नाराज होकर घर से चली गयी थी। गुमशुदा बालिकाओं व उसके माता पिता की काउंसलिंग एन्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम व CWC के सदस्यों द्वारा की गयी तथा उचित हिदायत दी गयी। बालिका नाबालिक होने की वजह से CWC के माध्यम से बालिका को दिनांक 09.07.2022 को सकुशल उसके माता श्रीमती गीता के सुपुर्द किया गया। बालिका के माता द्वारा जनपद पौड़ी गढ़वाल पुलिस का आभार व्यक्त किया गया। पुलिस की टीम में महिला उपनिरीक्षक सुमन लता- प्रभारी एन्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग के अलावा मुख्य आरक्षी योगेंद्र कुमार,महिला आरक्षी विद्या मेहता व आशीष बिष्ट शामिल थे।