रुद्रप्रयाग 06 नवंबर। गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद गुरुवार को तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ मंदिर के कपाट भी बंद हो गए हैं। कपाट बंद होने के बाद भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह डोली ने प्रथम पड़ाव चोपता के लिए प्रस्थान किया। इस अवसर पर 500 से अधिक श्रद्धालु कपाट बंद होने के साक्षी रहे।भोग यज्ञ हवन पूजा के बाद भगवान तुंगनाथ के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप दिया गया और 11.30 बजे मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए।
इस यात्राकाल में 1 लाख 50 हजार 369 तीर्थ यात्रियों ने भगवान तुंगनाथ धाम के दर्शन किए। कपाट बंद होने के बाद अब भगवान तुंगनाथ अपने शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ में विराजमान होंगे ।