केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की संख्या 12,000 प्रतिदिन निर्धारित की गई थी
रुद्रप्रयाग 07 मई । भगवान केदारनाथ के प्रति श्रद्धालुओं की श्रद्धा देखते ही बनती है। इसका उदाहरण शुक्रवार को देखने को मिला जब श्रद्धा का सैलाब केदारनाथ पहुंचा । इसके साथ ही चारधाम यात्रा के इतिहास में नया अध्याय भी जुड़ गया है। जब पहले दिन ही शाम चार बजे तक 23 हजार से ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंचे और उन्होंने भोले बाबा के दर्शन किए।
उत्तराखंड सरकार ने विगत दिनों चार धाम पर जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को भी सीमित कर दी थी । निर्देश के मुताबिक, प्रतिदिन केवल 15,000 श्रद्धालु ही बाबा बद्रीनाथ के दर्शन करने जा सकेंगे। जबकि केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की संख्या 12,000 प्रतिदिन निर्धारित की गई है।
इसी तरह गंगोत्री और यमुनोत्री जाने वाले यात्रियों की संख्या को भी सीमित किया गया है। गंगोत्री धाम के दर्शन करने प्रतिदिन केवल 7,000 श्रद्धालु ही जा सकेंगे।जबकि यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए प्रतिदिन केवल 4,000 श्रद्धालुओं को ही अनुमति मिलेगी। चार धाम पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह व्यवस्था अगले 45 दिनों तक लागू रहेगी। लेकिन केदारनाथ के कपाट खुलते ही सारे दावे केवल कागजों तक ही सीमित रहे। और पहले दिन का यह आंकड़ा सारे रिकार्ड्स को तोड़ गया ।
मंदिर परिसर में सेना की बैंड धुनों, ढोल-तमाशे की थाप पर यात्री थिरकते रहे। सुबह 4 बजे तक केदारनाथ मंदिर परिसर का एक हिस्सा श्रद्धालुओं से पूरी तरह से भर गया था। मंदिर मार्ग पर जीएमवीएन तक भक्तों की लाइन लगी हुई थी। सुबह 6:25 बजे कपाट खुलने के बाद बाबा के दर्शनों के लिए भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा था। शाम चार बजे तक केदारनाथ में 23,512 श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर चुके थे। इससे पहले 2019 में पहले दिन नौ हजार भक्तों ने दर्शन किए थे।