लखनऊ : बिगत 25 मार्च को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने 52 मंत्रियों के साथ दूसरी बार प्रदेश की सत्ता संभाली। इस बीच एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने इन मंत्रियों की राजनैतिक कुंडली देखी तो पता चला कि इन मंत्रियों में योग्य एवं पढ़े लिखे लोग तो शामिल है ही लेकिन ऐसे मंत्रियों की भी कमी नहीं है जिन पर आपराधिक मामले चल रहे हैं । प्रदेश कैबिनेट में 45 में से 18 मंत्री पोस्ट ग्रेजुएट हैं, जबकि 9 मंत्री ऐसे हैं जिन्होंने केवल 8 से 12 तक की पढ़ाई की है , 8 मंत्री ग्रेजुएट हैं जबकि 2 डॉक्टर हैं।
इन मंत्रियों पर चल रहे हैं आपराधिक मामले
बर्तमान योगी मंत्रीमंडल में 22 यानी (49 फीसदी) मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसके अलावा 20 (44 फीसदी) पर गंभीर किस्म के आपराधिक मामले दर्ज हैं। चुनावी हलफनामों के अनुसार जिन 22 मंत्रियों के ऊपर आपराधिक मामले हैं।
नंद गोपाल गुप्ता नंदी :वे प्रयागराज विधानसभा से चुनाव जीते हैं , माननीय पर सात आपराधिक मामले हैं इसमें 13 गंभीर किस्म की धाराओं में हैं।
केशव प्रसाद मौर्य: चुनाव हार जाने के बाबजूद योगी कैबिनेट में स्थान पाने वाले केशव प्रसाद मौर्य पर भी 7 मामले हैं सभी गंभीर आपराधिक धाराओं से जुड़े हैं ।
कपिल देव अग्रवाल: मुजफ्फरनगर से कपिल देव अग्रवाल पर सात मामले चल रहे हैं, इसमें चार गंभीर धाराओं में हैं।
राकेश सचान: कानपुर देहात से जीत कर आए राकेश सचान पर छह मामले चल रहे हैं और सभी गंभीर किस्म के आपराधिक मामले हैं,
दिनेश: मेरठ के हस्तिनापुर से दिनेश पर चार आपराधिक और एक गंभीर किस्म की धाराओं में मामला दर्ज है।
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