उत्तरकाशी 04 अक्टूबर। उत्तरकाशी जिले में स्थित द्रोपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी पर मंगलवार को हुए हिमस्खलन में फंसे 29 पर्वतारोहियों में से दस की मौत हो गई है। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्राचार्य अमित बिष्ट ने हिमस्खलन में दस पर्वतारोहियों की मौत की पुष्टि की है, सभी पर्वतारोही नेहरू पर्वतारोहण संस्थान से एडवांस ट्रेनिंग कोर्स कर रहे थे। उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने एएनआई को बताया कि, हिमस्खलन में फंसे प्रशिक्षुओं की खोज और बचाव के लिए वायुसेना के हेलीकॉप्टर तैनात किये गए हैं।
नेहरु पर्वतारोहण संस्थान निम का डोकरानी बामक ग्लेश्यिर में द्रोपदी डांडा-2 पहाड़ी पर बीते 22 सितंबर से बेसिक/एडवांस का प्रशिक्षण चल रहा था, जिसमें बेसिक प्रशिक्षण के 97 प्रशिक्षार्थी, 24 प्रशिक्षक व निम के एक अधिकारी समेत कुल 122 लोग शामिल थे, जबकि एडवांस कोर्स में 44 प्रशिक्षणार्थी व 9 प्रशिक्षक समेत कुल 53 लोग शमिल थे।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि, क्रेवांस में फंसे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है, घटना स्थल पर निम के पास दो सेटेलाइट फोन मौजूद मिले। रेस्क्यू अभियान के लिए निम के अधिकारियों के साथ निरन्त समन्वय किया जा रहा है।
मंगलवार सुबह उत्तरकाशी के दौपद्री डांडा-दो से वापस लौट रहे पर्वतारोहियों का दल अचानक हिमस्खलन होने से उसकी चपेट में आ गया, सुबह करीब 9.30 बजे राज्य आपदा कंट्रोल रूम को इसकी जानकारी मिली थी, जिसके बाद राहत व बचाव का कार्य जारी है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि, बचाव कार्य के लिए हर संभव मदद की जाएगी पीटीआई पीटीआए रिपोर्ट्स के अनुसार, हिमस्खलन में 10 प्रशिक्षार्थियों की मौत हो गई है।