रुद्रप्रयाग : नाबालिग लड़की ने बच्चे को दिया जन्म,प्रसव के बाद नवजात बच्चे व लड़की की हुई मौत

स्वास्थ्य विभाग ने विस्तृत जांच के लिए गठित की तीन सदस्यीय जांच समिति मां

रुद्रप्रयाग ।जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग में 18 वर्षीय अविवाहित गर्भवती की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने विस्तृत जांच हेतु 3 सदस्यीय जांच समिति का गठन कर दिया है, वहीं विभाग ने इस मामले की प्राथमिक जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी है, जिसमें मृतका के अत्याधिक एनिमिक होने के साथ-साथ अत्यधिक रक्तस्राव होना मौत की वजह बताई गई है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.बी .के.शुक्ला ने बताया कि गत 22 जुलाई को एक युवती दोपहर 12:30 पर शरीर में सूजन सामान्य कमजोरी और पेट दर्द की शिकायत को लेकर जिला चिकित्सालय ओपीडी में आई, ओपीडी में सामान्य जांच के बाद चिकित्सक द्वारा विभिन्न संबंधित जांच के लिए लिखा गया, लेकिन युवती की मां के द्वारा केवल सीबीसी जांच रिपोर्ट लेकर आई व अन्य जांच नहीं कराई गई। जिला चिकित्सालय में रेडियोलॉजिस्ट के कोर्ट एविडेंस पर होने की वजह से अल्ट्रासाउंड नहीं कराया जा सका, युवती का हिमोग्लोबिन 3.9 वह प्लेटलेट्स काउंट 10,000 होने पर आगे के उपचार प्रबंधन हेतु युवती के परिजनों को उसे हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी गई, लेकिन अटेंडेंट ने हायर सेंटर ले जाने से मना कर दिया।जिसके उपरांत ही श्रीनगर ब्लड बैंक से दो यूनिट की व्यवस्था कर युवती को खून चढ़ाया गया। शाम 7:00 बजे वार्ड राउंड के दौरान चिकित्सक द्वारा महिला की एलएमपी के बारे में पूछा गया वह अगली सुबह अल्ट्रासाउंड आदि जांच करने की पुनः सलाह दी गई।

बताया कि जांच में सामने आया है कि उक्त युवती रात के समय शौचालय गई और उसके बाद वह चुपचाप अपने बेड में सो गई, तीमारदार द्वारा मरीज को परेशानी होने की सूचना मिलने पर चिकित्सकों ने जांच की तो पाया गया कि उसे रक्तस्राव हो रहा था, प्लेटलेट्स कम होने वह हिमोग्लोबिन कम होने के कारण ब्लीडिंग होने की आशंका के बीच चिकित्सको द्वारा उपचार कर उसे बचाने की पूरी कोशिश की गई लेकिन उसने सुबह 3:30 बजे दम तोड़ दिया।

उन्होंने बताया कि सुबह के करीब 5:00 बजे वक्त शौचालय में एक नवजात शिशु मृत्यु स्थान में पड़ा मिला। चिकित्सालय प्रशासन द्वारा जब इसकी खोजबीन की गई तो शुरुआत में उक्त युवती के तीमारदारों द्वारा यह बात छुपाने की कोशिश की गई, स्टाफ द्वारा पुलिस को सूचित करने की बात पर मृतका की माता द्वारा नवजात शिशु उसकी में स्वीकार किया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इस मामले की विस्तृत जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है, जांच कमेटी को मृत्यु के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत सुस्पष्ट जांच आख्या 3 दिनों के भीतर प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया है।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *