पौड़ी 27 सितम्ब। जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ0 विजय कुमार जोगदण्डे ने बताया है कि तहसील यमकेश्वर राजस्व ग्राम गंगा भोगपुर में कु0 अंकिता भण्डारी के साथ घटित प्रकरण के संबंध में राजस्व उप निरीक्षक वैभव प्रताप सिंह द्वारा कार्य में लापरवाही बरतने के संबंध में विभिन्न माध्यमों से प्राप्त शिकायतों, समाचार को संज्ञान लेते हुए इस संबंध में पूर्व में उपजिलाधिकारी यमकेश्वर को आख्या उपलब्ध कराये जाने के निर्दे दिये गये थे। उपजिलाधिकारी यमकेश्वर से प्राप्त अद्यतन जांच आख्या के अनुसार क्षेत्रीय राजस्व उप निरीक्षक उदयपुर पल्ला-2 तहसील यमकेश्वर वैभव प्रताप सिंह के संबंध में संज्ञान में आया है कि पटवारी को दिनांक 19 सितम्बर 2022 को कु0 अंकिता के गुमशुदगी की जानकारी प्राप्त हो गयी थी फिर भी संबंधित राजस्व उप निरीक्षक द्वारा इस संबंध में ना तो उच्च अधिकारियो को गुमशुदगी की सूचना दी और ना ही इस संबंध में कोई अग्रिम कार्यवाही की।
जाँच आख्या से यह भी सूचना प्राप्त हुई है कि वैभव प्रताप सिंह राजस्व उप निरीक्षक ने कु0 अंकिता भण्डारी की गुमशुदगी की जानकारी उनके पिता श्री बीरेन्द्र सिंह भण्डारी को 19 सितम्बर को दी थी। इसके उपरान्त भी संबंधित राजस्व उप निरीक्षक वैभव प्रताप सिंह के द्वारा इस संबंध में कोई प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज नहीं की गयी और उच्चाधिकारियों को कोई जानकारी भी नहीं दी गयी। इतनी गंभीर घटना होने के बावजूद भी अवकाश पर चले गये।
जिलाधिकारी ने वैभव प्रताप सिंह, राजस्व उप निरीक्षक, उदयपुर पल्ला-2 के द्वारा की गयी घोर लापरवाही और अपने कर्तव्य के निवर्हन में दिखायी गयी असंवेदनशीलता को अत्यन्त गम्भीर मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है तथा तहसील थलीसैंण में सम्बद्व करते हुए विभागीय कार्यवाही संस्थित की गयी है। साथ ही इस प्रकरण में गहन और विस्तृत जाँच हेतु उपजिलाधिकारी लैंसडौन को जाँच अधिकारी नामित किया गया है।